on children 's day today ...missing my son... ...माँ का अपने बेटे के लिए पत्र
मेरे बेटे ......
बंद पलके जब उठाती हूँ तो तू ही नज़र आता है मुझे
मेरे बेटे ......
बंद पलके जब उठाती हूँ तो तू ही नज़र आता है मुझे
दिन में हर वक़्त हर पल तू याद आता है मुझे
कैसे तुझे अपने पास बुलाऊं या खुद आ जाऊं
ये बिलकुल भी समझ न आये मुझे
तुझे खुद से दूर करने की तमन्ना न थी
तेरी ज़िन्दगी संवर जाए ये बस उम्मीद है मुझे
तेरी हर इच्छा पूरी हो हर सपने का आगाज़ हो
तेरी हर नेक मुराद पर यकीन है मुझे
कठिन राह पे चलते ,मंजिल पाना है भी मुश्किल
फिर भी जीत जाओगे ,लक्ष्य अपना पाओगे
ये खुदा से दुआ है मेरी और विश्वास है मुझे
तुम हमेशा सलामत रहो ,खुश रहो
नेक कर्म और परिश्रम बस करते रहो
ये ही बस तुमसे जुडी ख़वाइश है मुझे .....
तुम्हारी माँ ..
कैसे तुझे अपने पास बुलाऊं या खुद आ जाऊं
ये बिलकुल भी समझ न आये मुझे
तुझे खुद से दूर करने की तमन्ना न थी
तेरी ज़िन्दगी संवर जाए ये बस उम्मीद है मुझे
तेरी हर इच्छा पूरी हो हर सपने का आगाज़ हो
तेरी हर नेक मुराद पर यकीन है मुझे
कठिन राह पे चलते ,मंजिल पाना है भी मुश्किल
फिर भी जीत जाओगे ,लक्ष्य अपना पाओगे
ये खुदा से दुआ है मेरी और विश्वास है मुझे
तुम हमेशा सलामत रहो ,खुश रहो
नेक कर्म और परिश्रम बस करते रहो
ये ही बस तुमसे जुडी ख़वाइश है मुझे .....
तुम्हारी माँ ..
बहुत सुन्दर पत्र |
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर भावपूर्ण माँ के अंतस के स्वर...
ReplyDeleteमाँ ले कदमो तले स्वर्ग ,सलूट एंड सेलिब्रेट प्यारी माँ Happy children 's day
ReplyDeleteमाँ ले कदमो तले स्वर्ग ,सलूट एंड सेलिब्रेट प्यारी माँ
ReplyDeleteमाँ के आशिर्बाद बच्चे का सबसे बड़ा संबल होता है.
ReplyDeleteमेरी नई रचना ; हम बच्चे भारत के " http://kpk-vichar.blogspot.in
बहुत प्यारा पत्र....सहज प्रेम माँ का...
ReplyDeleteअनु
बहुत बढ़िया प्यारा पत्र सहेजे हुए टुकड़े .....बहुत सुन्दर हैं...आभार
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